National Workshop IPR (27 May 2022)

यूआईईटी, महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय में निपम इंडिया के सौजन्या से इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट (आई ०पी आर) विषय पर आधारित वन डे वर्कशॉप प्रोग्राम का आयोजन शुक्रवार 27मई को किया गया। इस कार्यशाला में डीन एक्डेमिक अफेयर्स प्रो ० नवरतन शर्मा मुख्या अतिथि के तोर पर मौजूद रहे तथा उन्होंने विद्यार्थियों को क्रेस्टिविटी एवम क्रिटैकल थिंकिंग के बारे मे प्ररित किया और जीवन मे आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया । इस कार्यशाला मे निदेशक यूआईटी, प्रो० युद्धवीर सिंह ने सभी युवाओं को अपने कार्यों को प्रयोगात्मक ढंग से करने की सलाह दी तथा देश के निर्माण में युवाओं की महत्व्पूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। डॉयरेक्टर आईपीआर एमडीयू प्रो० हरीश दुरेजा ने विश्वविद्यालय स्तर पर चल रहे विभिन्न आईपीआर स्कीम्स के बारे मे बताया एवम इसी संदर्भ मे डिप्टी डायरेक्ट आईपीआर एमडीयू डॉ० राजीव कपूर ने विश्वविद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों को पैटेंट फाइल करने की विभिन्न विधियों को समझाया। इस कार्यशाला में प्रो० विनीत सिंगला , डॉ० कविता मालिक, डॉ० कमाना सोलंकी, डॉ० गरीमा, ईर० नवीन खटक, डॉ० ईशा वर्मा , डॉ० सुनीता ढींगरा, डॉ० राजेश आदि अतिथिगण उपस्थित रहे।
डॉ ० दीपक छाबड़ा ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा डॉ० रविन्द्र कुमार सहदेव ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।
इस कार्यशाला में निपम इंडिया की और से श्री शंकर लाल मीना एवं दीपेश मीना ने मुख्या वक्ता के रूप मे पैटेंट से जुड़े हुई सभी पहलुओ पर विस्तार पूर्वक विधार्थियो को बताया तथा उनके कई प्रश्नो का विस्तार से उत्तर भी दिया। वर्तमान या भावी अवसर का पूर्वदर्शन करके मुख्यतः कोई व्यावसायिक संगठन प्रारम्भ करना उद्यमिता का मुख्य पहलू है।
विकासशील देश के अर्थव्यवस्थाओं में निजी उद्यमवृत्ति प्राय: नये कार्य आरम्भ करने का जोखिम उठाने से परहेज करती है। इसी विषय में भारत सरकार ने कई नीतिया जारी की है। इन नीतियों का प्रयोजन व इन्हे उपयोग करके शोधार्थी एवम विद्यार्थी क्या लाभ ले सकते है इस बारे में बताया गया। इस कार्यक्रम में इंजिनीरिंग विभाग के विभिन्न शाखाओ से लगभग 150 से भी अधिक छात्र छात्राओं, शोधार्थियों एवम अध्यापक अध्यापिकाओ ने हिस्सा लिया। मंच का संचालन आंचल ने किया तथा अंत में अतिथियों एवं सभी श्रोताओं का धन्यवाद ईर ० अरशद अली के द्वारा किया गया।
