3D Printing & Design Lab

UIET, Maharshi Dayanand University Rohtak INDIA

One Day Workshop (Oct. 4, 2021)

वर्तमान सूचना प्रौद्योगिकी के युग में 3डी प्रिंटिंग के विविध क्षेत्रों में बढ़ते प्रयोग ने इसे चर्चा का विषय बना दिया है। तकनीकी विकास के स्तर पर होने के बावजूद विश्व के कई विक्सित देश इसे विविध क्षेत्रों में इस्तेमाल करने लगे है। इस अवसर पर यूआईईटी, एमडीयू के मकैनिकल विभाग में डॉ राधाकृष्णन फाउंडेशन फंड द्वारा प्रायोजित “बिल्ड योर ऑन लो कॉस्ट ओपन सोर्स कमर्शियल 3डी प्रिंटर” विषय पर आधारित एक दिवसीय संगोष्ठी सोमवार 4 अक्टूबर को प्रातः10 बजे आरम्भ होकर शाम 5 बजे तक समाप्त हुआ। इस कार्यक्रम में माननीय कुलपति प्रो० राजबीर सिंह, निदेशक एवम डीन, यूआईईटी एमडीयू – प्रो० युद्धवीर सिंह , डॉ० राहुल ऋषि , प्रो० विनीत कुमार, प्रो० प्रभाकर कौशिक, प्रो ०अश्वनी ढींगरा, प्रो० सोनिया, प्रो० मानविंदर गहलोत, आदि अतिथिगण सम्मिलित रहे तथा प्रोग्राम प्रेषक डॉ० दीपक छाबड़ा ने इसे संचालित किया। इस कार्यशाला में ऑनलाइन माध्यम से बड़ी संख्या में विभिन्न प्रदेशो के 38से भी अधिक विश्वविद्यालय से प्रोफेसर, शोधार्थी, व पीएचडी के विद्यार्थी प्रतिभागी बने। आस पास के उद्योगों से भी कई अधिकारी इस प्रोग्राम में सम्मिलित हुए। इस एक दिवसीय प्रोग्राम में 2 सत्र हुए जिनके माध्यम से प्रतिभागियों को 3डी प्रिंटिंग एवं डिजाइन के विभिन्न पहलुओं से लेकर इसके सभी भागों को असेंबल करना सिखाया। इस सेशन के पहले सत्र में डॉ दीपक छाबरा द्वारा निम्न बिंदुओ पर मुख्य रूप से चर्चा की गई:-

जिसमे विद्यार्थियों ने उद्योगो में 3डी प्रिंटिंग की सार्थकता जानी व इससे जुड़ी कई महत्वपूर्ण बाते सीखी। ऐडितिव मैन्युफैक्चरिंग, इंडस्ट्री 4.0 , डिजाइन डाटा फाइल फॉर्मेट,3डी स्कैनिंग व डिजाइन इश्यूज़ जैसे कई विषयों पर चर्चा हुई।कार्यक्रम में 3डी प्रिंटिंग का बायोमेडिकल तथा ऑर्थोपेडिक उपयोगों की वस्तृत जानकारी दी गई। विद्यार्थियों को भविष्य में 3डी प्रिंटिंग के संदर्भ में जरूरी शोध के लिए विषयो से भी अवगत करवाया ।

दूसरे सत्र में पीएचडी शोधार्थी आकाश अहलावत, आशीश कौशिक, साजिद खान, एवम आशीश फोगट ने 3डी प्रिंटर के विभान्न भागों को असेंबल करने के मुख बिंदुओ पर चर्चा की ।

माननीय कुलपति महोदय प्रो० राजवीर सिंह ने इस कार्यक्रम के माध्यम से देशभर को हरियाणा प्रदेश की 3डी प्रिंटिंग तकनीकों में जागरूकता व प्रदेश मे विश्वविद्यालय द्वारा इस विषय पर किए गए कार्यों की प्रशंशा की तथा इसके माध्यम से विद्यार्थियों को मैक इन इंडिया एवम आत्मनिर्भर बनने की सिख दी।

कार्यक्रम के समापन में डॉ० रविन्द्र कुमार सहदेव ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों को  धन्‍यवाद ज्ञापित किया एवं भविष्य में ऐसे ही शिक्षाप्रद संगोष्ठी करवाने कि प्रेरणा दी।